अपने Male Partner से दूर रह कर भी इन तरीकों से कर सकते है गर्भधारण, जानिए
गुड मॉर्निंग डिजिटल।
प्रेगनेंट होने या कंसीव करने के लिए फर्टिलाइजेशन होना जरूरी है। जब फर्टिलरइज एग गर्भाशय की दीवार पर इंप्लांट होता है, तब प्रेग्नेंसी शुरू होती है और यही एग आगे चलकर भ्रूण का रूप लेता है। आमतौर पर कंसीव करने का नैचुरल तरीका सेक्स होता है लेकिन ऐसे कई और भी विकल्प मौजूद हैा जिनकी मदद से आप बिना सेक्स किए भी कंसीव कर सकती हैं। अगर आप प्रेगनेंट होने के लिए सेक्स नहीं करना चाहती हैं या नैचुरली तरीके से कंसीव नहीं हो पा रहा है, तो आप प्रेगनेंट होने के अन्य तरीकों पर विचार कर सकती हैं। इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे ही तरीकों के बारे में बता रहे हैं, जो बिना सेक्स किए कंसीव करने का काम करते हैं।
आईयूआई
अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान (IUI) एक प्रकार का कृत्रिम गर्भाधान है जिसका उपयोग अक्सर बांझपन के इलाज के लिए किया जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान, शुक्राणु को एक छोटे कैथेटर का उपयोग करके सीधे गर्भाशय में रखा जाता है। एग तक कई स्वस्थ शुक्राणुओं को पहुंचाकर फर्टिलाइजेशन की संभावना को बढ़ाना ही इस तरीके का उद्देश्य होता है।
आईवीएफ
आईवीएफ यानि इन विट्रो फर्टिलाइजेशन के दौरान मैच्योर एग ओवरी से निकालकर लैब के अंदर स्पर्म के साथ फर्टिलाइज किया जाता है। फर्टिलाइज एग या भ्रूण को फिर गर्भाशय के अंदर डाल दिया जाता है। इस पूरी प्रक्रिया में तीन हफ्ते का समय लगता है और कभी-कभी ज्यादा समय भी लग सकता है।
टर्की बस्टर मेथड
“टर्की बस्टर” विधि जिसे इंट्रासर्वाइकल इनसेमिनेशन (ICI) के रूप में भी जाना जाता है, घरेलू गर्भाधान की सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली विधि है। इस प्रक्रिया में गर्भाशय ग्रीवा के पास शुक्राणु को इंजेक्ट करने के लिए एक सुई रहित सिरिंज का इस्तेमाल किया जाता है। घर पर इस उपयोग ठीक तरह से किया जाना चाहिए वरना कोई जोखिम होने की संभावना रहती है। इसमें आप वीर्य लेने के लिए साफ और सूखे कप का इस्तेमाल करें और इसे इनसेमिनेट करने के लिए सुई का सिरिंज भी साफ होना चाहिए।
सरोगेसी
आजकल कई सिलेब्रिटीज सरोगेसी की मदद से बच्चा पैदा कर रहे हैं। इसमें महिला और पुरुष के एग और स्पर्म को फर्टिलाइज कर के सरोगेट मदर के गर्भाशय में इंप्लांट किया जाता है।
स्पलैश प्रेग्नेंसी
स्पलैश प्रेग्नेंसी में वह होती है जब वीर्य योनि के आसपास के बाहरी हिस्से पर अचानक या जानबूझकर पहुंचाया जाता है। इसमें सेक्स के बिना भी कंसीव किया जा सकता है। इसमें वीर्य को वल्वा या वैजाइना के हिस्से से अपना रास्ता बनाना होता है। इसे वर्जिन प्रेग्नेंसी भी कहा जाता है।